शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

परीक्षित्  : पुं० [सं० परि√क्षि (क्षय)+क्विप्, तुक्] १. हस्तिनापुर के एक प्राचीन राजा जो अभिमन्यु के पुत्र और जनमेजय के पिता थे। कहा जाता है कि इन्हीं के राज्य-काल में द्वापर का अंत और कलियुग का आरंभ हुआ था। तक्षक नामक साँप के काटने पर इनकी मृत्यु हुई थी। २. कंस का एक पुत्र।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षित  : भू० कृ० [परि√ईक्ष्+क्त] १. (व्यक्ति) जिसकी परीक्षण किया जा चुका हो। जो परीक्षा में सफल उतरा हो। ३. (वस्तु) जिसे उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर उसके गुण-दोष आदि देखे जा चुके हों। (इग्जै़मिन्ड) पुं०=परीक्षित्।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षितव्य  : वि० [सं० परि√ईक्ष्+तव्यत्] १. जिसकी परीक्षा, आजमाइश या जाँच की जा सके या की जाने को हो। २. जिसे जाँच या परख सकें। ३. जिसकी परीक्षा (जाँच या परख) करना आवश्यक या उचित हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षिती  : पुं० [सं०]=परीक्षार्थी।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षित्  : पुं० [सं० परि√क्षि (क्षय)+क्विप्, तुक्] १. हस्तिनापुर के एक प्राचीन राजा जो अभिमन्यु के पुत्र और जनमेजय के पिता थे। कहा जाता है कि इन्हीं के राज्य-काल में द्वापर का अंत और कलियुग का आरंभ हुआ था। तक्षक नामक साँप के काटने पर इनकी मृत्यु हुई थी। २. कंस का एक पुत्र।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षित  : भू० कृ० [परि√ईक्ष्+क्त] १. (व्यक्ति) जिसकी परीक्षण किया जा चुका हो। जो परीक्षा में सफल उतरा हो। ३. (वस्तु) जिसे उपयोग, व्यवहार आदि में लाकर उसके गुण-दोष आदि देखे जा चुके हों। (इग्जै़मिन्ड) पुं०=परीक्षित्।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षितव्य  : वि० [सं० परि√ईक्ष्+तव्यत्] १. जिसकी परीक्षा, आजमाइश या जाँच की जा सके या की जाने को हो। २. जिसे जाँच या परख सकें। ३. जिसकी परीक्षा (जाँच या परख) करना आवश्यक या उचित हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
परीक्षिती  : पुं० [सं०]=परीक्षार्थी।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ
 

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai